परिचय

बिहार, हम बिहारी, गर्व है। गर्व है अपने भूत और वर्तमान पर, और बोझ है भविष्य नवनिर्माण पर ।

बिहार, हम बिहारी, गर्व है। गर्व है अपने भूत और वर्तमान पर, और बोझ है भविष्य नवनिर्माण पर । और इसके लिए बहुत जरूरत है आपसी संवाद का, एक चौपाल का । मनीष कुमार जी पात्र है बधाई का, जिनहोने इस दिशा में कदम बढ़ाया है, हमे बिहारी चौपाल दिया है ।


मनीष जी ने सही पकड़ा है, हमे क्यूँ गर्व है अपने आप पर, वजह है इसकी । कालान्तर से हमने संसार को बहुत कुछ दिया है संसार को । सारण जिले में गंगा नदी के उतरी किनारे पर चिराँद, नवपाषाण युग यानि लगभग ४५०० से २३४५ वर्ष ईसा० पूर्व० और ताम्र युग २३४५ से १७२६ ईसा० पूर्व० से एक पुरातात्विक रिकार्ड है। मिथिला. मगध, सोनभद्र की चर्चा तो हम फिर करेंगे, आज हम इस बात कि चर्चा करें कि हमने संसार को और देश को क्या दिया है जिस पर हमे गर्व होता है।


लिछवि वंश के शासन काल मे राजतंत्र शासन ब्यावस्था कि जगह हमने लोकतान्त्रिक शासन ब्यावस्था का पाठ विश्व को सिखाया और आज अमेरिका संसार का सबसे बड़ा लोकतन्त्र है ।


ज्ञान केन्द्रित, विश्व के सबसे बड़े विश्वविद्यालय कि स्थापना मौर्य काल मे बिहार के नालंदा मे हुई थी।

दुनिया को दिया हमने दो धर्म वौध और जैन धर्म । दोनों धर्मो के संस्थापक बिहार की धरती पर हि पैदा हुए । यही नहीं सिक्ख धर्म के 10 वें और आखरी गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म बिहार की धरती पर हीं हुआ ।

दुनिया को राजनीति और कूटनीति का पाठ पढ़ने वाले चाणक्य बिहार के ही रहने वाले थे । सबसे पहले रामायण ग्रंथ के रचीयता ऋषि वाल्मीकि बिहार के मिट्टी की ही उपज थे ।

चिकत्सा मे सर्जरी का ज्ञान महान सुश्रुत बिहार के धरतीपुत्र थे ।

महान गणितग्य आर्यभट्ट ने दुनिया को गणित का पाठ पढ़ाया था, वो बिहारी थे ।

बिहार प्रदेश छमतावान लोंगों कि धरती रही है और इसीलिए पूरे देश, यहाँ तक कि विदेशो मे भी इसकी एक अपनी पहचान है। ज्ञानी लोंगों, IAS, IPS, और सभी विधा के बिहारी लोग देश के हर कोने मे प्रवास करते हैं।

लेकिन ऐसा नहीं है कि हम बिहारिओ के पास कोई समस्या नहीं है। मेरा तो यह मानना है कि इंसान के पास समस्या अगर ना हो तो वह निष्क्रिय ज़िंदगी जीने लगता है, उसकी उम्र भी कमने लगती है । समस्या जो भी हों, वो समाधान मांगता है, और समस्याओ का समाधान संवाद से निकलता है जैसे हमारे गाँव कि चौपाल निकाला करती थी । हमारे किसानी कि समस्या, सरकारी सहायता प्राप्त करने कि समस्या, बेटे बेटियों के शादी कि समस्या, विभिन्न सरकारी विभागो से संबन्धित समस्या, इन सब समस्यों का समाधान आपसी बात चित आपसी संवाद, आपस मे सूचना लेने देने से निकाला जा सकता है ।

अपना बिहारी चौपाल आपको एक मंच प्रदान करता है जिससे आप न केवल अपने ग्राम समाज से जुड़ सकते है बल्कि आप अपनी समयाओ को विभिन्न स्तर पर रख सकते है और आपकि समस्या का स्टिक समाधान सामने आ जाएगा और आपसी संवाद से सुलझाए जाने का रास्ता निकाल आएगा |

आइए बिहारी चौपाल से जुड़िये कुछ अपनी सुनाये कुछ हमारी सुनिए | आप देश विदेश जहाँ भी रहते हों अपने गाँव और जिला से जुड़िये अपने समाज से जुड़िए । धन्यवाद


Atal Nidhi

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